हल्द्वानी की गौला नदी के सीने में दफन थे उस दौर के सिक्के, इस भाषा में उनपर लिखावट

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नैनीताल। इतिहास विभाग डीएसबी परिसर के शोधार्थी अतुल सांगुड़ी को गौला नदी में खनन के दौरान मुगलकालीन चार सिक्के मिले हैं। जिन्हें डीएसबी परिसर के हिमालयन शोध संग्रहालय में रखा गया है। इतिहास विभाग की वरिष्ठ प्रोफेसर सावित्री जंतवाल कैड़ा ने बताया कि उनके शोध छात्र अतुल सांगुड़ी के जीजा योगेश शर्मा का शांतिपुरी में रेता बजरी का व्यवसाय है। उन्हें गौला में रेता खनन के दौरान ये सिक्के मिले। इन सिक्कों में अरबी व फारसी भाषा में लिखा गया है।

जिससे इन सिक्कों का मुगलकालीन होने का अनुमान लगाया जा रहा है। जो अभी प्रमाणित नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि इतने पुराने सिक्के मिलना आश्चर्यजनक है। इससे इतिहास को नए सिरे से जानने की प्रेरणा मिलेगी। बताया कि सिक्के हिमालयन शोध संग्रहालय में रखे गए हैं। शोध छात्र अतुल सांगुड़ी द्वारा ये सिक्के उपलब्ध कराने पर विभाग के प्राध्यापक प्रो. संजय घिल्डियाल, प्रो. संजय टम्टा, प्रो. जीएस नेगी, डा. शिवानी रावत, डा. भुवन शर्मा, डा. पीएस अधिकारी, डा. हरदयाल जलाल, डा. मनोज बाफिला आदि ने अतुल सांगूड़ी का आभार व्यक्त किया है।

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