हैदराबाद में ओवैसी को हरा देंगी माधवी लता? कौन आगे चल रहा है?

ख़बर शेयर करें -

तेलंगाना की हैदराबाद सीट से के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी बड़े अंतर से आगे चल रहे हैं. उनके सामने BJP की उम्मीदवार माधवी लता हैं. इस सीट से कांग्रेस के मोहम्मद वलीउल्लाह समीर और BRS के श्रीनिवास यादव भी चुनाव लड़ रहे हैं.

अब तक की मतगणना के मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी को 5 लाख 27 हजार से अधिक वोट मिल चुके हैं, वहीं माधवी लता 2 लाख 78 हजार से अधिक वोटों के साथ दूसरे नंबर पर हैं.

2014 और 2019 के चुनाव नतीजे
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी ने यहां से एकतरफा जीत हासिल की थी. ओवैसी को लगभग 5 लाख 17 हजार वोट मिले थे. उनका वोट प्रतिशत लगभग 64 था. लगभग 27 प्रतिशत वोट के साथ BJP भगवंत राव दूसरे नंबर पर रहे थे. उन्हें लगभग 2 लाख 35 हजार वोट मिले थे. वहीं TRS (अब BRS) और कांग्रेस के उम्मीदवार क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर पर रहे थे.

यह भी पढ़ें 👉  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रहेगा या नहीं...सुप्रीमकोर्ट ने दिया फैसला

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी ओवैसी ने एकतरफा जीत हासिल की थी. इस चुनाव में ओवैसी लगभग 5 लाख 14 हजार वोट लाए थे. उनका मत प्रतिशत लगभग 53 था. वहीं 32 प्रतिशत वोट के साथ BJP के भगवंत राव दूसरे नंबर पर रहे थे. राव को लगभग 3 लाख 11 हजार वोट मिले थे. इस चुनाव में कांग्रेस और TRS (अब) के उम्मीदवार क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर पर रहे थे.

हैदराबाद सीट के समीकरण
हैदराबाद लोकसभा सीट को AIMIM का गढ़ कहा जाता है. पार्टी साल 1989 लेकर 2019 तक हैदराबाद सीट पर हुए कुल 9 लोकसभा चुनावों में से एक भी नहीं हारी है. 1984 से 2004 तक 6 बार असदुद्दीन ओवैसी के पिता सलाहु्द्दीन ओवैसी यहां से सांसद रहे और 2004 से 2019 तक 4 बार असदुद्दीन ओवैसी. ऐसे में इस सीट पर ओवैसी परिवार का कब्जा रहा है.

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी नगर निगम मेयर पद के लिए कांग्रेस के 31 कार्यकर्ताओं ने जताई दावेदारी

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि AIMIM से हैदराबाद सीट को छीनना बहुत मुश्किल है. हैदराबाद सीट मुस्लिम समुदाय के प्रभुत्व वाली सीट है और इस बार का चुनाव CAA और UCC जैसे मुद्दों के इर्दगिर्द केंद्रित है. ऐसे में BJP की उम्मीदवार माधवी लता के सामने बड़ी चुनौती है. इस साल रामनवमी के दिन माधवी लता का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और तेज हुआ है.

Ad