Uttarakhand: नौकरी का झांसा देकर कराते थे देह व्यापार, पुलिस की सांठगांठ से चलने वाले गिरोह का पर्दाफाश, महिला समेत इतने लोग गिरफ्तार

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देहरादून। उत्तराखण्ड में देह व्यापार जैसा अनैतिक और गैर कानूनी काम धड़ल्ले से अंजाम दिया जा रहा है। देवभूमि के लिए पीढ़ादायक बात यह है कि इसमें जब सफेदपोश नेताओं तथा पुलिस की भूमिका सामने आती है तो सिर शर्म से झुक जाता है। क्लेमेनटाउन थाना पुलिस के साथ मिलकर देह व्यापार करवाने वाले गिरोह का एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) की टीम ने पर्दाफाश किया है। एक महिला समेत दो लोग पकड़ में आए हैं। आरोपितों के तार कहां कहां और किस-किस से जुड़े हैं, यह जांच का विषय है। यूनिट इंचार्ज हेमंत खंडूड़ी ने बताया कि क्लेमेनटाउन क्षेत्र में देह व्यापार करवाने की सूचना मिली थी। गुरुवार को क्लेमेनटाउन स्थित झील पुल के पास चेकिंग के दौरान एक कार को रोका गया, जिसमें चालक व तीन महिलाएं बैठी हुई थीं। चालक से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह कार में पीछे वाली सीट पर बैठी दो महिलाओं को देह व्यापार के लिए लेकर जा रहा है। इसमें उसके साथ एक महिला भी शामिल है, जो कार में बैठी हुई है। इस पर पुलिस ने कार चालक सचिन कुमार मूल निवासी ग्राम शाहबाजपुर जिला मुजफ्फरपुर बिहार वर्तमान निवासी सेलाकुई देहरादून और पूजा पांडे निवासी कृष्णा पुरी जयपुर राजस्थान वर्तमान निवासी सिकंदरपुर गुडग़ांव हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि वह युवतियों व महिलाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें देह व्यापार में धकेलते हैं। युवतियों व महिलाओं को वह दिल्ली व अन्य जगहों से लेकर आते हैं। कार से बरामद दो महिलाएं मूल रूप से हरियाणा व मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं और वर्तमान में दिल्ली में रहती हैं। कार चालक सचिन ने बताया कि वह पिछले कई सालों से देह व्यापार में लिप्त है। पूर्व में वह गुडग़ांव में रहकर पूजा पांडे के साथ देह व्यापार करवाता था। इसके बाद दोनों देहरादून आ गए। वर्तमान में वह अभिषेक नाम के व्यक्ति के साथ अन्य राज्यों से युवतियां मंगवाकर उनसे देह व्यापार करवाते हैं।

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