रामगढ़ में खुलेगा विश्व भारती केंद्रीय विश्वाविद्यालय, सीएम धामी ने किया भूमिपूजन

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आज़ाद कलम- रामगढ़ (नैनीताल)। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जनपद नैनीताल के भीमताल विधानसभा क्षेत्र रामगढ़ मे निर्धारित समयानुसार राजकीय इंटर कॉलेज मल्ला रामगढ़ मैदान नैनीताल पहुंचे। जहां पर छात्र-छात्राओं पार्टी कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय लोगों द्वारा मुख्यमंत्री का फूल मालाओं, गुलदस्ता देकर भव्य स्वागत किया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल में शान्ति निकेतन ट्रस्ट फार हिमालया के तत्वाधान में आयोजित हो रहे भारतीय संस्कृति के सर्वश्रेष्ठ रूप साहित्य के उज्जवल नक्षत्र दार्शनिक समाज सुधारक एवं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की 161वीं जयंती के शुभ अवसर पर आयोजित रविंदर जन्मोत्सव-2022 मे पत्नी गीता धामी के साथ बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित करते हुए शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान संयोजक प्रोफेसर अतुल जोशी, क्षेत्रीय विधायक राम सिंह कैड़ा, पूर्व विदेश सचिव शशांक, देवेंद्र ढेला, देवेंद्र बिष्ट, भाजपा के मंडल अध्यक्ष कुंदन चिलवाल आदि जनप्रतिनिधि द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।

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श्री धामी ने गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर की 161वां जन्मोत्सव दिवस पर उत्तराखंड वासियों को बधाई दी। व रामगढ़ विश्व भारती केंद्रीय विश्वाविद्यालय के प्रथम परिसर का भी भूमि पूजन किया। उन्होंने कहा यह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उत्तराखंड को विश्वविद्यालय अनुपम सौगात मिली है, उनकी सरकार विकल्प रहित संकल्प के मंत्र पर अग्रसर है एवं राज्य की आवाम कल्याण को समर्पित है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सरकार जनकल्याण की भावना के अनुरूप लगातार प्रदेश का चहुमुखी विकास कर रही है।

उन्होंने कहा कि विश्व भारतीय केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रामगढ़ में रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के परिसर की स्थापना में अपनी रुचि व्यक्त की है वह उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा इसके लिए केंद्रीय राज्य मंत्री पर्यटन मंत्री एवं सांसद अजय भट्ट, पूर्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक के प्रयासों की अथक परिणाम है कि उनके अकादमिक और साहित्यिक पृष्ठभूमि तथा मार्गदर्शन में ही विश्व भारती ने अपने प्रथम परिसर सराहना प्रयासों का की स्थापना के लिए गुरुदेव की कर्मभूमि रामगढ़ नैनीताल जहाँ उन्होंने अपने काव्यांजलि ग्रंथ गीतांजली की रचना की का चयन कर उत्तराखंड को देश के शिक्षा जगत का महत्वपूर्ण केंद्र बनाने का निर्णय लिया।

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उन्होंने कहा कि विश्व भारती की स्थापना के लिए प्रथम चरण में 150 करोड़ रूपये की डीपीआर केन्द्र सरकार में स्वीकृति की प्रक्रिया में है। उत्तराखंड सरकार द्वारा 45 एकड़ भूमि में विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय के परिसर की स्थापना की औपचारिकता पूर्ण कर ली गई। उन्होंने प्रो. विदयुत चक्रवर्ती, कुलपति विस्वभारती पश्चिम बंगाल तथा शांतिनिकेतन ट्रस्ट पफार हिमालया के प्रवासियों का भी धन्यवाद ज्ञापित किया।

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