महाराष्ट्र के बाद उत्तर प्रदेश की बारी, बड़े सियासी उथलपुथल की तैयारी

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राजनीति में कोई भी स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं माना जाता। समाजवादी पार्टी से खटास के बीच रालोद के सत्तारूढ़ एनडीए में शामिल होने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। रालोद के एनडीए का हिस्सा बनने और 18 जुलाई को प्रस्तावित विस्तारित एनडीए की बैठक में शामिल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि जयंत पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के संपर्क में हैं। इन संभावनाओं को इसलिए बल मिल रहा है कि विदेश से लौटने के बाद जयंत किसी के संपर्क में नहीं हैं। यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इस संबंध में किसी प्रकार की सूचना से इन्कार किया। कहा, भाजपा और एनडीए की नीतियों से प्रभावित होकर आने वाले किसी भी नेता का वह स्वागत करेंगे।

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