RSS का अखण्ड भारत का सपना अगले सौ साल में भी पूरा हो पायेगा क्या ? जानिए अखण्ड भारत की परिभाषा
आज़ाद क़लम विशेष:- RSS जिस ‘अखण्ड भारत’ की बात करती है जानिए वो आखिर है क्या ‘विकिपीडिया’ के अनुसार अखण्ड भारत भारत के प्राचीन समय के अविभाजित स्वरूप को कहा जाता है। प्राचीन काल में भारत बहुत विस्तृत था जिसमें अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, बर्मा, शामिल थे। कुछ देश जहाँ बहुत पहले के समय में अलग हो चुके थे वहीं पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि अंग्रेजों से स्वतन्त्रता के काल में अलग हुए।
अखण्ड भारत वाक्यांश भारत की हिन्दू राष्ट्र के रूप में अवधारणा के लिये भी किया जाता है।
अखण्ड भारत के मानचित्र में पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि को भी दिखाया जाता है। अतः अखंड भारत से उद्देश्य यह कि अखंड भारत से अलग हुये इन देशों को दोबारा भारत में मिलाकर अविभाजित अखंड भारत का पुनर्निर्माण करे। अखण्ड भारत का निर्माण सैद्धान्तिक रूप से हिन्दू एकता तथा ‘शुद्धि से जुड़ा है।
अखंड भारत में आने वाले वर्तमान के देश
भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, तिब्बत, भूटान, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया, फिलिपिंस, थाइलैंड, वियतनाम, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, ईरान, तजाकिस्तान, किरगिस्तान, कजाकस्तान आदि हैं।