भाजपा के मुस्लिम नेता ने पीएम के ‘घुसपैठिया’ बयान को गलत बताया, पार्टी ने निकाला, पुलिस ने हिरासत में ले लिया

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बीजेपी के बीकानेर माइनॉरिटी सेल के पूर्व अध्यक्ष उस्मान गनी ने कुछ दिन पहले मुसलमानों पर आए पीएम मोदी के विवादित बयान की आलोचना की थी। अब बीकानेर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि उस्मान को शांति भंग करने के आरोप में अरेस्ट कर लिया गया। जल्द ही उस्मान को अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुक्ता प्रसाद नगर पुलिस स्टेशन के एसएचओ धीरेंद्र शेखावत ने 27 अप्रैल को कहा कि एहतियात के तौर पर दो-तीन दिन पहले उस्मान के इलाके में पुलिस की एक गाड़ी भेजी गई थी। वो दिल्ली में था। आज वो पुलिस स्टेशन आया और हमसे पूछा कि हमने उसके घर पर गाड़ी भेजने की हिम्मत कैसे की। उसने थाने के आगे पुलिस से उलझने की कोशिश की तो हमने उसे हिरासत में ले लिया। शांति भंग करने के लिए धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई।

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जब एसएचओ से पूछा गया कि उन्होंने उस्मान के घर पर गाड़ी क्यों भिजवाई थी तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। दूसरी तरफ सब-इंस्पेक्टर राधेश्याम ने कहा कि गनी ने कोई कमेंट किया था जिसका वीडियो वायरल हो गया था।

उस्मान गनी ने पीएम पर क्या कहा?
न्यूज 24 के साथ इंटरव्यू के दौरान उस्मान ने कहा था कि एक मुस्लिम होने के नाते उन्हें पीएम का बयान पसंद नहीं आया। कहा था कि जब वो बीजेपी के लिए वोट मांगने मुसलमानों के पास जाते हैं तो उनसे ऐसे बयानों को लेकर जवाब मांगा जाता है। उस्मान ने पीएम मोदी के दावे को निरर्थक बताते हुए खारिज किया और कहा कि वो इस बारे में पीएम मोदी को पत्र लिखेंगे। उस्मान ने ये भी कहा कि पीएम मोदी पार्टी के एकमात्र सदस्य नहीं हैं और करोड़ों मुसलमान पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं।

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इसके बाद अनुशासन के उल्लंघन के लिए गनी को छह साल के लिए बीजेपी से निष्कासित कर दिया गया। राज्य बीजेपी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि मीडिया के जरिए बीजेपी की छवि खराब करने की कोशिश की गई जिसके चलते उस्मान को निष्कासित किया गया।

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