उत्तराखंड की बेटी ने रचा इतिहास, अल्ट्रा रनिंग विश्व चैम्पियनशिप के लिए किया क्वालीफाई

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हल्द्वानी। अपनी प्रतिभा के दम पर उत्तराखंड की बेटी प्रदेश ही नहीं बल्कि देश का नाम भी दुनिया में रोशन करने जा रही हैं। 42 वर्षीय मेजर शशि मेहता ने अल्ट्रा रनिंग में एक नया मुकाम हासिल किया है। मूलरूप से पिथौरागढ़ की रहने वाली शशि मेहता एनसीसी में आफिसर हैं। वर्तमान में शशि देहरादून में तैनात हैं। उनके हौंसले को नई उफंचाइयों तक पहुंचाने में उनके पति ने भी उन्हें भरपूर सहयोग देते हुए अपनी नौकरी तक छोड़ दी। विश्व के सबसे मुश्किल खेलों में शुमार अल्ट्रा रनिंग में शशि एक नया इतिहास रचने जा रही हैं। शशि ने बेंगलुरू में हुई अल्ट्रा रनिंग विश्व चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया है।

अब वह ताइवान में 2-3 दिसंबर को होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में भारत की तरफ से भाग लेंगी। शशि ने ट्रायल में 24 घंटे में 196 किलोमीटर की लगातार रनिंग कर टीम में अपनी जगह बनाई। अल्ट्रा रनिंग दुनिया के सबसे मुश्किल खेलों में शुमार है जिसमें खिलाड़ी को 24 घंटे ट्रैक पर लगातार दौड़ना पड़ता है। इसके लिए न सिर्फ शारीरिक मजबूती की जरूरत होती है बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत होना पड़ता है। शशि बताती हैं कि वह शादी के बाद नौकरी में ही व्यस्त हो गई। पिफर कुछ शारीरिक परेशानियां भी हुई जिसके बाद उन्होंने घर में ही एक्सरसाइज शुरू कर दी। कई मैराथन दौड़ों में भाग लिया। 4 साल की कड़ी मेहनत के बाद वह अब देश के लिए खेलने जा रही हैं। शशि के पति मर्चेंट नेवी में आफिसर रहे हैं। पत्नी के जज्बे को देखते हुए उन्होंने नौकरी छोड़ दी। अब वह ताइवान में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप की तैयारियों में जुटी हुई हैं। विश्व चैम्पियनशिप में अगर वह कमाल कर जाती हैं तो वह नया इतिहास तो रचेंगी ही, साथ ही अल्ट्रा रनिंग का खिताब जीतने वाली देश की पहली महिला भी होंगी।

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