घरों को टूटता देख फूट-फूट कर रोने लगे महिलाएं और बच्चे, नैनीताल में अतिक्रमण पर प्रशासन की बड़ी कार्यवाही, तस्वीरों में देखिये पीड़ितों का दर्द

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सरोवर नगरी नैनीताल के जिला मुख्यालय नैनीताल के राजकीय बीडी पांडे जिला अस्पताल की भूमि पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला प्रशासन की टीम ने गुरुवार से कार्रवाई करनी शुरु कर दी है। गुरुवार को दल बल के साथ मौके पर पहुंची जिला प्रशासन की टीम ने स्थानीय लोगों से खुद अपने अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। इसके बाद लोगों ने अपने घरों को खुद तोडऩा शुरू कर किया। इस दौरान स्थानीय लोग प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करते रहे। उन्होंने कहा कि वह करीब 40 सालों से इस जमीन पर रह रहे हैं जिसका उनके पास मालिकाना अधिकार है। इसके बावजूद भी उन्हें जमीन से बेदखल किया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग जिस भूमि को अपनी बता रहा है वहां सैकडों घर बनने तक स्वास्थ्य विभाग ने आज तक भूमि पर अपना दावा पेश क्यों नहीं किया। कहा कि ना ही क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्य रुकवाने को लेकर कभी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।

अब क्षेत्र में सैकड़ों परिवार अपने घर बनाकर रहने लगे हैं उसके बाद स्वास्थ्य विभाग अचानक जमीन को अपना बताते हुए अतिक्रमण के नाम पर घरों और जमीन को खाली करने का नोटिस देते हुए उनपर कार्यवाही कर रहा हैं जो सरासर गलत है।

मामले में एसडीएम प्रमोद कुमार ने कहा कि पूर्व में स्वास्थ्य विभाग की भूमि पर हुए अतिक्रमण को चिन्हित किया गया है। कहा कि स्थानीय लोगों ने अपने अतिक्रमण को हटाना भी शुरू कर दिया है। प्रथम चरण में स्थानीय लोगों से खुद अपना निर्माण हटाने को कहा है। 16 सितंबर से प्रशासन बलपूर्वक अतिक्रमण हटाएगा।

गुरुवार को उस समय दृश्य काफी अलग सा नजर आया जब मजदूरी का क्षेत्र में बनाए गए घरों को टूटता देख महिलाएं और बच्चे फूट-फूट कर रोने लगे। खास बात यह रही कि इस दौरान वह जिला प्रशासन के अधिकारियों से अपने घरों को न तोडऩे की गुजारिश भी करते रही लेकिन प्रशासन अपनी कार्रवाई पर बिल्कुल अडिग नजर आया। इस मौके पर कई महिलाएं तो अपनी सुध बुध तक खो बैठी जैसे-तैसे उन्हें अन्य महिलाओं ने संभाला।

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