उत्तराखण्ड हाईकोर्ट ने नैनीताल के रिक्शा वालों की परेशानी को समझा, मामला जानिए

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नैनीताल। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने नैनीताल में पैडिल रिक्शा को ई- रिक्शा में बदलने के मामले पर सुनवाई की। मामले की सुनवाई के बाद मुख्य न्यायधीश विपिन सांघी व न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की खंडपीठ ने पैडिल रिक्शा मालिकों को राहत देते हुए नगर पालिका के 15 दिन के भीतर पैडिल रिक्शा को ई- रिक्शा में बदलने के समय को आगे बढ़ाते उसे तीन माह कर दिया है। बता दें कि बीते 6 जून (मंगलवार) को कोर्ट ने नैनीताल में ट्रैफि क जाम को लेकर जनहित याचिका पर सुनवाई की थी जिसमें कोर्ट ने नगर पालिका से पूछा था कि माल रोड पर कितने ई रिक्शा व कितने पैडिल रिक्शा चल रहे हैं। नगर पालिका की तरफ से कोर्ट को बताया गया था कि माल रोड में 11 ई- रिक्शा व 60 पैडिल रिक्शा चल रहे हैं जो 60 पैडिल रिक्शा हैं उनकी जगह ई- रिक्शा चलाए जाने का प्रस्ताव है। इस मामले में मंगलवार को पैडिल रिक्शा चालक संघ की तरफ से एक प्रार्थना पत्र हाईकोर्ट में देकर कहा गया कि नगर पालिका ने उन्हें पैडिल रिक्शा को ई-रिक्शा में बदलने के लिए 15 दिन का समय दिया है यह समय बहुत कम है। इसलिए इसकी अवधि बढाई जाय। याचिकाकर्ताओं के अधिवक्ता के.के. हरबोला ने कोर्ट को यह भी बताया कि ई- रिक्शा के पार्किंग के लिए जगह नहीं है और न ही उनकी बैटरी को चार्ज करने की कोई व्यवस्था। रिक्शा मालिकों के पास ई-रिक्शा खरीदने के लिए इतना बजट भी नहीं है इसलिए 15 दिन की अवधि प्रयाप्त नहीं है इसलिए इसे बढ़ाया जाए। मामले के मुताबिक मुख्य न्यायाधीश ने पूर्व में एक पत्र का स्वतः संज्ञान लिया था पत्र में कहा गया था कि नैनीताल में खासकर सीजन के दौरान ट्रैफिक जाम की बहुत बड़ी समस्या है। सीजन के दौरान हजारों पर्यटक अपने वाहनों और टैक्सी से यहां आते हैं, जो जाम का मुख्य कारण हैं। उच्च न्यायालय की तरफ से समय समय पर जिलाधिकारी और पुलिस प्रसाशन को ट्रैफिक सुधारने के लिए निर्देश जारी होते हैं परन्तु समस्या का हल आज तक नही निकाला गया। यातायात पुलिस ट्रैफिक को आसानी से चलाने में नाकाम साबित हुई है जिससे स्कूली बच्चों, कार्यालय कर्मचारियों और अधिवक्ताओं को समय पर पहुँचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पार्किंग की उचित व्यवस्था न होने के कारण होटल व्यवसायी भी पर्यटकों की गाडिय़ों को सड़क पर ही पार्क करवाते हैं ऐसे में कई बार एंबुलेंस समेत मरीजों को ले जा रही निजी गाडिय़ां ट्रैफि क जाम का शिकार हुई हैं। कालाढूंगी, भवाली और हल्द्वानी से आने जाने वाले वाहनों की ठीक ढंग से चैकिंग नहीं होती है जिससे जाम के हालात पैदा होते हैं और पुलिस खुद मूकदर्शक बनी रहती है। इंडिया होटल के पास जू शटल सेवा लगी रहती है जिसकी वजह से और जाम लग जाता है। उसे भी आगे शिफ्ट किया जाय।

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